नागपुर जिले के नरखेड़ तहसील के पिंपलधरा गांव निवासी ३२ वर्षीय अरविन्द जी बन्सोड की २७ मई २०२० को इसी तहसील के थड़ीपवनी गांव में आरोपियों द्वारा जाती सूचक गाली देते हुए सार्वजनिक स्थल पर मरते दम तक पिटाई की गयी और इस पिटाई के कारण २९ मई २०२० को अरविंद की हॉस्पिटल में मौत हुयी। इस प्रकरण में, जलालखेड़ा पुलिस स्टेशन में ता. २९/०५/२०२० को आरोपियों के खिलाफ भादवी की धारा ३०६, ३४ के साथ-साथ अनुसूचित जाती/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, १९८९ की धारा ३ (२)(५) के नुसार अपराध क्र १८७/२०२० के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसलिए, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के अंतर्गत कार्यरत डा.आंबेडकर प्रतिष्ठान द्वारा, एस सी अत्याचार पीड़ितों के लिए संचालित 'डॉ आंबेडकर राष्ट्रीय राहत योजना' के अंतर्गत पीड़ित परिवार को २ लाख रुपये की राहत राशी मंजूर की गयी। इस आशय का पत्र आज, डा. आंबेडकर प्रतिष्ठान के वाईस चेरमन अशोक मेंढे जी द्वारा माननीय रविंद्र खजांजी, निवासी उप-जिलाधिकारी इनकी प्रमुख उपस्थिति में मृतक अरविन्द जी के पिता जनार्दन बन्सोड जी को सौंपा गया। जनार्दन बन्सोड जी से 'मैंडेट फॉर्म' में बैंक खाते का विवरण प्राप्त होने पर, यह मंजूर राशी सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इस अवसर पर डी.डी.उके (पि.डी.एम), हरीश रामटेके (भीम आर्मी), सुभाष पारधी, उमेश पिंपरे (महादलित परिसंघ), संदीप माने (जय युवक क्रांति दल), अधिवक्ता सुधीर घोडेस्वार, प्राध्यापक डा. तुलसाताई डोंगरे, विराग राउत, मोती जनवारे, धनंजय कांबले, रोहन चांदेकर, जीतेन्द्र वाघ, संजय फुलझेले इत्यादि सह विविध सामाजिक संघटनाओ के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे।