तेजस्वी न्यूज़ लाइव उत्तर प्रदेश
सवांदाता- राहुल सिंह, फरुखाबाद
फर्रुखाबाद। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जनपद के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अंतर्गत गांवों में मलेरिया माह मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य आम जनमानस में मलेरिया से बचाव व रोकथाम को लेकर जागरूकता पैदा करना है। यह माह 30 जून तक चलेगा।
पूरे देश में कोरोना महामारी का प्रकोप इतना हो गया है कि लोग दूसरी गंभीर बीमारियों पर ध्यान न देकर केवल कोरोना से बचने में लगे हैं। पर बदलता मौसम भी अपने साथ कई संक्रामक बीमारियाँ लेकर आता है जिन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए। यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर का।
सुजाता ठाकुर ने बताया कि मलेरिया एक ऐसी बीमारी है, जो परजीवी रोगाणु से होती है जिसे प्लाज्मोडियम कहते हैं तथा मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलती है। यह रोगाणु व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाओं में फैल जाते हैं जिसके कारण मलेरिया होता है। मलेरिया में व्यक्ति को ज्यादा देर तक बुखार आता है और यह बुखार प्रतिदिन 3 से 4 घंटे तक रहता है। यह 10 से 12 दिन तक व्यक्ति को प्रभावित करता है। इसमें तेज बुखार के साथ ठंड लगना, उल्टी, दस्त तेज पसीना आना तथा शरीर का तापमान 100 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बढ़ जाना, सिरदर्द, शरीर में जलन तथा मलेरिया होने के पश्चात रोगी के शरीर में कमजोरी महसूस होना आदि मलेरिया के लक्षण हैं। इसकी निःशुल्क जाँच और इलाज विशेषज्ञ व डाक्टरों की देखरेख में जिले के सरकारी अस्पताल सहित सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि जनपद के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता के द्वारा घर-घर ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ स्लोगन का प्रचार-प्रसार सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए किया जा रहा है।
मलेरिया इन्स्पेक्टर नरजीत कटियार ने बताया कि