तेजस्वी न्यूज़ लाइव उत्तर प्रदेश
सवांदाता- कमल कश्यप, सहारनपुर
सहारनपुर- बाप रे बाप इतनी बड़ी चूक,इतनी बड़ी लापरवाही।
सहारनपुर के थाना नागल क्षेत्र के गुरुद्वारे के सामने वाली गली मे अभी हाल ही मे एक मारपीट के मामले मे अपने पञकार भाई सहित 11 जून को जेल भेजा गया,एक युवक आज जमानत पर छुटने के बाद,जेल प्रशासन द्वारा तीन दिन पहले की गई जांच की आई रिपोर्ट मे गुड्डू को कोरोना पाँजटिव पाया गया,जबकि इसके पञकार भाई को टेस्टिंग रिपोर्ट में नेगेटिव पाया गया ,बस फिर क्या था कि पूरे जेल प्रशासन मे हडकम्प मच गया।आनन फानन मे प्रशासन द्वारा गुरुद्वारे की उस गली को सील कर दिया गया,जहाँ के यह दोनों भाई रहनै वाले थे , सील की गयी इस गली को पूरी तरह छावनी बना दिया तथा कोरोना पाँजटिव इस मरीज को क्वारंटिन सेन्टर फतेहपुर भेज दिया गया। जबकि स्वास्थ्य् विभाग को चाहिए कि इस कोरोना पाँजटिव युवक का पूर्व मे जिन-जिन लोगों से विवाद हुआ तथा जिस थाने मे बन्द रहा एवम 4 दिन तक जेल मे बन्द रहते जिस किसी के भी सम्पर्क मे रहा,इन सभी की जांच होनी जरूरी हे,अन्यथा ना जाने कितने लोग इस संक्रमण की चपेट में आ सकते हे,इन सभी पर कोरोना का एक बड़ा खतरा बना हुआ हे। बता दे कि 11जून को एक झगड़े के मामले मे थाना नागल पुलिस द्वारा गुड्डू उर्फ फरिद्दीन पुञ बदउद्दीन सहित इसके पञकार भाई इखलाक का चालान काटकर जेल भेज दिया गया था,जहाँ पर जेल मे जाने से पूर्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनों भाइयों के कोरोना जांच हेतु सेम्पल लिये थे,ताकि जेल को इस इस कोरोना जेसी भयंकर महामारी से बचाया जा सके,आज 15 जून को आई रिपोर्ट मे पत्रकार तो नेगेटिव निकला तथा उसका भाई गुड्डू कोरोना पाँजटिव पाया गया। रिपोर्ट के आने के बाद जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गये तथा जेल प्रशासन में हडकम्प मच गया,लेकिन फिर भी जेल प्रशासन द्वारा जरा भी चूक ना करते हुए गुड्डू को क्वांरटिन सेन्टर फतेहपुर भेज दिया तथा उस गली को पूरी तरह सील कर दिया गया जहां के यह दोनो भाई निवासी थे।आज ही यह दोनों भाई जमानत पर जेल से रिहा हुए थे ।उक्त मामले मे जिला प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही को माना जा रहा हे, क्योंकि जेल के अन्दर एवम बाहर गुड्डू का सम्पर्क कई लोगों से रहा होगा ओर इसी सम्पर्क को देखते हुए उन्हीं लोगों में यह संक्रमण फेल चुका होगा या फेल रहा होगा, इसलिए आला अधिकारियो को चाहिए कि थाने से लेकर जेल तक एवम जीस किसी से भी इनका विवाद हुआ उन सभी की जांच होनी चाहिए ताकि इस इस संक्रमण को फेलने से रोका जा सके।अब सवाल यह उठता हे कि,जिला एवम जेल प्रशासन से इतनी बड़ी चूक हुई तो हुई केसे जबकि जेल प्रशासन को चाहिए था की जांच रिपोर्ट आने तक इन दोनो भाईयो को अलग क्वारन्टीन सेन्टर में ही रखा जा सकता था परन्तु ऐसा नही हुआ ओर प्रशासन इस मामले मे एक बडी लापरवाही कर गया। गुडडू की यह चार दिन की जेल बहुत लोगों पर भारी पड़ सकती हे,यदी प्रशासन द्वारा इस ओर अपना ध्यान आकर्षित नही किया।
रिपोर्ट--कमल कश्यप