एक साल का राशन एकञित करने वालों के पेट पर लगी जोरदार लात
सहारनपुर- श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा में पूर्व में लाखों के घोटाले करने वालों के लिये,श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा की पुरानी कार्यकारिणी का भंग होना,मानो सर पर कोई पहाड़ सा टूट पड़ा हो।सञह-सञह सालों से पदों पर जमे बेठे तथा नई कार्यकारिणी के गठन से इन लोगों को ऐसा लगा जेसे कोई सल्तनत ही छीन गई हो।
श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा की नई कार्यकारिणी के गठन से अब अधिकांश छडी के भगतो के चेहरों पर भी एक नई मुस्कुराहट देखने को मिली है।क्योंकि श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा के कुछ पूर्व पदाधिकारियों द्वारा भगतो का दमन तथा लाखों का गबन दोनों ही खेल जमकर खेले जा रहे थे,ओर आज नई कार्यकारिणी के गठन के तुरन्त बाद ही श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा के चौधरी अनिल सैनी एवम अध्यक्ष गुलशन सागर द्वारा भगतो एवम लोगों के हितों के लिए जिन योजनाओं की घौषणा कि है,उन योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ कही ना कही भगतो के साथ-साथ छडी के सेवादारो को भी मिलेगा।चौधरी अनिल सैनी का कहना हे,कि श्री गुग्हा म्हाडी सुधार की नई कार्यकारिणी के गठन के बाद से ही दो-तीन भगतो की कमाई की दुकान अब बन्द हो चुकि है,उन्होने कहा,कि अब हम लोगों को सुधार सभा को बुलन्दियो पर ले जाना है,तथा म्हाडी स्थल पर भी विकास कार्य कराना है।सभा के अध्यक्ष गुलशन सागर का भी यही कहना है,कि अब सुधार सभा में राम राज्य एवम जाहरवीर राज्य की शुरुआत हो चुकि है।हम आपको बता दे,कि पूर्व मे श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा को माध्यम बनाकर मलाई कोप्ता खाने वाले एवम पूरे-पूरे साल काम ना करने वालों की कुछ भगतो की नई कार्यकारिणी बनने से गडबड घोटालो की दुकान अब बन्द हो चुकि है।सूञो की माने तो गुग्हा म्हाडी सुधार सभा का खुद को मसीहा समझने वाला,यह बड़ा घोटाले बाज इन सञह सालों मे,श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा को अब तक लाखों की चपत लगा चुका हे,अब नई कार्यकारिणी के पदाधिकारी इस घौटाले बाज से पूर्व मे हुए हुए गडबाड घौटालो का हिसाब मांगने जा रहे है,चाहे इसके लिये,अदालत का दरवाजा क्यों ना खटखटाना पडे।2020 के मेले मे भी इन लोगों ने माहोल खराब करने का भी पूरा प्रयास किया था,वो तो भला हो पुलिस प्रशासन का जिसकी समझदारी एवम सतर्कता के चलते ,स्थिति को पहले ही सम्भाल लिया गया।हम आपको यह भी बता,दे कि श्री गुग्हा म्हाडी सुधार सभा का खुद को मसीहा समझने वाले इस घोटाले बाज की पूर्व मे सुधार सभा मे हुए गडबड घौटालो की यदी बारिकी से जांच की जाये,तो इसके भ्रष्टाचार रूपी कई काले कारनामे सामने आ सकते है।
*रिपोर्ट-कमल कश्यप/डेविड ढिंगीया/सन्नी मेहरोल*