सोनभद्र- गश्त पर निकली वन विभाग की टीम पर खनन माफियाओं ने किया जान लेवा हमला मुकदमा दर्ज।

तेजस्वी न्यूज़ लाइव उत्तर प्रदेश

सवांदाता- रवि सिंह / सोनभद्र

मोबाइल नंबर - 7080223086


दिनाँक - 13/7/2020


  1. –सूबे में चल रहा ऑपरेशन क्लीन मगर सोनभद्र में बदमाशों के हौसले बुलंद
  2. – वन दरोगा पर खनन माफियाओं का हमला
  3. – मुखबीर की सूचना पर बीती रात वन विभाग की टीम गयी थी रेडिया में छापेमारी करने
  4. – वन रेंजर का बड़ा बयान- पुलिस का सहयोग मिलता तो नहीं हो पाता अवैध खनन


सोनभद्र सूबे में योगी सरकार द्वारा भले ही माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है मगर सूबे में अपराध का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा यूँ तो सोनभद्र में कोई बड़ा टॉप-10 की श्रेणी का अपराधी नहीं है लेकिन छोटे-छोटे अपराध से ही बदमाशों के हौसले बढ़ते हैं और वह बड़ा अपराधी बन जाता है जिसका नजीर दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के रूप में देखने को मिला और उसका अंत भी देखने को मिला विकास दुबे की घटना के बाद योगी सरकार और भी सख्त हो गयी है और टॉप-10 के सभी अपराधियों की लिस्ट बनाकर उनके बेनामी व कब्जे की संपत्ति को कुर्क करने की कार्यवाही कर रही है बताया यह भी जा रहा है कि जल्द ही जिले स्तर पर टॉप-5 अपराधियों की सूची तैयार होगी लेकिन सोनभद्र में बदमाशों में इससे कोई भय नजर नहीं आ रहा गुरमा वन रेंज के रेंजर व वन दरोगा के बयान ने एक बार फिर यह बता दिया है कि सोनभद्र में खनन माफ़ियाओं के हौसले कितने बुलन्द हैं।


गुरमा वन दरोगा जय प्रकाश वर्मा ने बताया कि बीती रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ अवैध खनन कर्ता रात में वन क्षेत्र से बालू का अवैध खनन कर रहे हैं इसी सूचना पर जब वन दरोगा अपने कर्मी के साथ मौके पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में मजदूर बालू लोड कर रहे थे जब वे पकड़ने गए तो वे भागकर अपने मालिक को बुला लाये और उन्हें घेर कर अवैध असलहा सटा दिया और मारपीट की घटना की जानकारी उन्होंने तत्काल अपने रेंजर को दिया लेकिन जब तक रेंजर पहुंचते तबतक सभी टीपर गाडी को छोड़ कर मौके से खनन माफिया भाग चुके थे।



वीओ - वहीं गुरमा रेंजर बलवंत ने बताया कि रात हम टीपर को रेंजरी ले आये लेकिन सुबह अवैध खनन व मारपीट की घटना में शामिल लोगों की घर से उनके कार को भी उठा ले आये रेंजर ने बड़ा बयान देते हुए दबी जुबान से बताया कि क्षेत्र के थाने की पुलिस से उनको कोई सहयोग नहीं मिलता और वही वन विभाग का आरोप है कि हमलोग लगातार कार्यवाही करते है और स्थानीय पुलिस के पास fir दर्ज कराते हैं लेकिन पुलिस प्रशासन लीपा पोती कर कुछ भी कार्यवाही नहीं करती है उन्होंने दावा किया कि यदि स्थानीय चोपन पुलिस का सहयोग मिलने लगे तो अवैध खनन कभी नहीं हो सकता है।


बाईट - घुरमा रेंजर बलवंत सिंह।


वीओ - वहीं पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गुरमा वन रेंज के वन दरोगा द्वारा आज चोपन थाने पर तहरीर देकर बताया गया कि वन अपराध में लिप्त एक वाहन पकड़ने पर सात लोगों ने उस वाहन छुड़ाने के उद्देश्य से सरकारी कार्य में बाधा डाला व उनके साथ मारपीट की तहरीर के आधार पर उचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है और जल्द ही अभियुक्तों के खिलाफ जाँच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।




आपको बता दें कि चोपन थाना क्षेत्र के गुरमा रेंज में अवैध खनन को लेकर मारपीट की यह पहली घटना नहीं है इसके पहले भी छापेमारी में कई बार मारपीट की घटना हो चुकी है और हर बार कुछ टीम द्वारा अवैध खनन व मारपीट की घटना किया जाना बताया जा रहा है फिलहाल 7 नामजद के खिलाफ तहरीर थाने में दी गयी है ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर हर बार वन विभाग छापेमारी को लेकर पुलिस का साथ नहीं मिल पाने का आरोप क्यों लगाता है बहरहाल यदि इसी तरह दो विभागों की पुलिस आपस में खींचातानी व आरोप प्रत्यारोप लगाती रहेगी तो न सिर्फ बदमाशों का मनोबल बढ़ता रहेगा बल्कि इसका फायदा भी उठाएगा।


बरामद गाड़ी पर लगा है सत्ता पार्टी का झंडा –

अपराध करने वाले भी जानते हैं कि उन्हें मौके पर धौंस कैसे जमाना है शायद यही कारण है कि गाड़ी पर सत्ता पार्टी बीजेपी का झंडा लगा मिला। अब यह तो जांच में ही साफ हो सकेगा कि बरामद गाड़ी किसकी है और वह झंडा किस अधिकार से लगा कर चल रहा था।

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