सुबह से शाम सिर्फ चालान, पुलिस चालान करने में व्यस्त, यही स्थिति रही तो क्राइम में भी हो सकती है बढ़ोतरी

तेजस्वी न्यूज़ लाइव उत्तर प्रदेश

सवांदाता- कमलेश पाण्डेय, वाराणसी



वाराणसी।उच्च प्रशासनिक  अधिकारी के आदेश और टारगेट को पूर्ण करने में थानेदार व चौकीइंचार्ज ने टेके घुटने। सुबह से शाम सिर्फ चालान। विश्वास सुत्र से मिली जानकारी के अनुसार थानेदार को 250 चौकी इंचार्ज को 50 मास्क का चालान करने को टारगेट मिला। जिसके बाद थानेदार व चौकी इंचार्ज रोड पर उतर कर अपने टारगेट पूर्ण करने के लिए लाख कोशिश में लगे रहे।लेकिन जनता जितनी भी रोड पर दिख रही थी उसमें से सभी लोग मास्क लगाए थे। और किसी जरूरी कार्य से वह घर से बाहर निकले थे।शाम होते ही सभी थानों से रिपोर्ट मांगी जाने लगी कि आपके थाने पर कितना बगैर मास्क चालान व समन शुल्क वसूला गया जिसके बाद थानेदार व चौकी इंचार्ज की टारगेट पुर्ण ना होने पर वह स्वयं अपना ही मास्क का चालान करते हुए,अपने सिपाही का भी मास्क का चालान किए। और अपने करीबी लोगों को बुलाकर मास्क का चालान कर अपना टारगेट पूर्ण किए।

एक गरीब आदमी अपने घर से 110 रुपये लेकर, सब्जी व आटा लेने जा रहा था उसी समय चौराहा पार कर रहे, आदमी को सिपाही ने बगैर मास्क देखकर दरोगा जी के पास बुला कर लेकर गया दरोगा जी ने 100 रुपये का मास्क चालान काट दिया। गरीब आदमी बेचारा रोने लगा और अपनी बात पूरी दरोगा साहब को बताया,की साहब ई पैसा से हम आटा और सब्जी लेने जा रहे थे। अब यह पैसा आपने मुझसे ले लिया अब हम और मेरे बच्चे क्या खाएंगे, इतना सुनने के बाद दरोगा जी बोले भाई साहब मैं क्या करूं मेरी भी मजबूरी है मैं भी सरकार का नौकर हूं मेरे अधिकारी जो कहेंगे वह मुझे करना होगा उनके आदेश का मैं पालन कर रहा हूं। वह आदमी बेचारा रोते हुए जाने लगा  कुछ दूर चला गया तो दरोगा जी अपने सिपाही से बुलवा कर उस गरीब आदमी को अपने जेब से 100 रुपये निकालकर दे दिया।

दरोगा जी दबी जुबान से कह रहे हैं सरकार अब हमसे भी भीख मंगवा रही है वह भी दूसरे के लिए....


 जहां एक तरफ लॉकडाउन और कोविड-19 से जनता परेशान है,किसी भी तरीके से  वह  दो टाइम के बजाय एक ही टाइम भोजन कर अपने जीवन यापन में लगे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ पुलिस भी जनता को परेशान करते दिख रही है आखिर जनता अब क्या करें....

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